भले कितने रहे भेद एक दूसरे के सोच में सच्ची दोस्ती के बीच में कोई टांग अड़ा पाता नही…
इल्म ना होता था वक़्त के गुजरने का इतना सुहाना होता था दोस्तों के साथ हर एक लम्हा वह …
मुसीबत का हर पाहड़ जैसे पिघल जाता है खड़ा होता है जब साथ दोस्ती की गर्मी चाहे सब कुछ ल…
यह ज़िन्दगी दर्द की गलियों में भटक रही होती अगर यारा मेरे जीवन मे तेरी मौजूदगी ना होत…
Kabhi Kabhi Hum Apne Jigri Dost Se Rooth Jaate Hain Aur Iske Liye Kai Saalon Tak Band…
इतना हसाया ना उस दोस्ती ने जितना मुझे तन्हा महसूस कराया मिलता रहा वह मुझसे बस अपने म…
यूँ तो हर रोज़ जीना मुश्किल कर देता है दोस्त पर ज़िन्दगी की हर तक़लीफ़ से उभारता भी है द…
हरदम साथ निभाता है अपनो से ज्यादा वह हमे जानता है एक अश्क़ भी जो हमारा गिरने ना दे वह…
Copyright (c) 2021 Deep Ke Lafz All Right Reseved
Social Plugin